हिंदी व्याकरण - शब्दों के प्रकार


हिन्दी व्याकरण में शब्दों के भेद निम्नलिखित प्रकार से होते हैं -

  • रचना के आधार पर - 1. रूढ़ शब्द 2. यौगिक शब्द 3. योगरूढ़ शब्द।
  • विकास के आधार पर - 1. तत्सम शब्द 2. तद्भव शब्द 3. देशज शब्द 4. विदेशज शब्द।
  • प्रयोग के आधार पर - 1. विकारी शब्द 2. अविकारी शब्द।
  • अर्थ के आधार पर - 1. सार्थक शब्द 2. निरर्थक शब्द।


रचना या व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के 3 भेद हैं -

1. रूढ़ शब्द - जो शब्द हमेशा किसी विशेष अर्थ को बताते हों तथा जिनके खंडों का कोई अर्थ न निकले, वे रूढ़ शब्द कहे जाते हैं।
जैसे - बेलन, इस शब्द के खंडों अर्थात् बे, ल और न का अलग रुप में कोई अर्थ नहीं है।

2. यौगिक शब्द - ऐसे शब्दों को यौगिक शब्द कहा जाता है जो कई सार्थक शब्दों के मेल से बनते हैं।
जैसे - जलाशय अर्थात् जल + आशय
विद्यालय अर्थात् विद्या + आलय आदि।

3. योगरूढ़ शब्द - ऐसे शब्द जो यौगिक तो होते हैं लेकिन सामान्य अर्थ को प्रकट न करके रूढ़ अर्थ को प्रकट करते हैं, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। अर्थात् योग होने के बाद नया रूढ़ बनता है।
जैसे - जलज, पंकज, लंबोदर, चतुरानन आदि।



उत्पत्ति या विकास के आधार पर शब्द के भेद इस प्रकार हैं -
1. तत्सम शब्द - तत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। तत् का अर्थ है – उसके, तथा सम् का अर्थ है – समान। अर्थात – ज्यों का त्यों। जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।

जैसे - आम्रआश्चर्य, अमूल्य, अग्नि, अँधेरा, अर्ध, अकस्मात, आलस्य, अश्रु, इक्षु, अक्षर, ईर्ष्या, उलूक, उच्च, उत्साह, ऐक्य, किरण, कुपुत्र, काक, कीट, कृषक, कर्ण, कटु, कृष्ण, गृह, घट, ग्राहक, चंद्र, छिद्र, चर्म, ज्येष्ठ, ज्योति, तृण, त्वरित, दीप, बिंदु, मुख, फाल्गुन, भिक्षा, परीक्षा, पूर्व, प्रिय, पवन, मयूर, भुजा इत्यादि।


2. तद्भव शब्द -  तद्भव शब्द दो शब्दों, तत् + भव से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है उससे उत्पन्न अर्थात जो संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुए हैं। संस्कृत भाषा के वे शब्द जो सीधे ना आकर परिवर्तित होकर हिंदी भाषा में आये हैं उसे तद्भव शब्द कहते हैं।

जैसे - आलस, अज्ञानी, आँसूअच्छर, आंवला, आसरा, उल्लू, उच्च, उजलाउलाहना, उपास, उबटन,ओखली, असीस, अस्सी, ओंठ, आरती, अमिय, अँधा, आधा, अनाज, अनाड़ीअमचूर, अखाडा, अंगूठाअखरोट, अटारी, अठारह, कौआ, कबूतर, केला, किवाड़, कीड़ा, कुआँ, कोयल, कान, किसान, कुम्हार, कडवा, कोख इत्यादि।


3. देशज शब्द - वे शब्द जो स्थानीय भाषा के शब्द होते हैं, देशज शब्द कहलाते हैं। ये देश की विभिन्न बोलियों से लिए जाते हैं। इन्हें आवश्यकता अनुसार प्रयोग किया जाता है और ये बाद में प्रचलन में आकर हमारी भाषा का हिस्सा बन जाते हैं।

उदाहरण - लोटा, कटोरा, घोटाला, माथा, जगमग, गड़बड़, लात, चटपट,पानी, खुसुर-पुसर, झिलमिल, चिड़िया, झुग्गी, पों–पों, ठठेरा, टोटी, थप्पड़, कांय–कांय, लाला, झाड़, काका, तेंदुआ, बाबा, ठेठ, जूता,डिबिया, धड़ाम, बक-बक, गाड़ी, ठक-ठक, लड़का, ठन-ठन, खिड़की, सर-सर, टक्कर, खिचड़ी, डकारा, खटपट, जूता, खर्राटा, उटपटांग, पगड़ी, टुच्चा, काका, टहनी, बाबा, सेठ, झाड़, धक्का, तोंद, डिबिया, चपटा, लाला, थर्रा, खाखरा, घेवर, छानी, खिड़की, लगदी, कलाई, झिलमिल, बियाना, घोटाला, धड़ाम, डकार, टक्कर, चसक, कदली इत्यादि।


4. विदेशज शब्द - ऐसे शब्द जो विदेशों से लिए गए है और इन शब्दों का प्रयोग हिन्दी भाषा में बहुतायत से किया जाता है, विदेशज शब्द कहलाते हैं। विदेशी शब्द अरबी,फारसी,तुर्की,अँग्रेजी इत्यादि भाषाओं से लिए गए है।

उदाहरण -
फारसी शब्दों के उदाहरण -
कमीना, पैमाना, अफसोस, आमदनी, सौदागर, आवारा,किशमिश, नामर्द, गिरफ्तार, चाबुक, गुलाब, दंगल, आतिशबाजी, गवाह, खरगोश, दिल, दीवार, सितार, गरम, मोर्चा, दवा, चिराग, याद, गुल, चासनी, चेहरा, चुकी, दरबार, कमरबंद, पलक, जागीर, नापसंद, जान, जिंदगी, जबर, जादू, दिलेर, नाव, वरना, यार, वापिस, जिगर, सरासर, राह, लेकिन, सितारा, जुर्माना, सरदार, देहात, खाल, तनख्वाह, खुश, खुद, तेज, तीर, तबाह,  पेशा, पलंग, बहरा, आफत, जोश, आवाज,  हफ्ता, आराम, हजार, आबरू, आईना, चश्मा, बेहूदा, किनारा, बीमार, पैदावार, बेरहम, मलीदा, मादा, शादी, माशा, सरकार, मलाई, उम्मीद, दुकान, दस्तूर, मुर्दा, मरहम, कुश्ती, मीना, मुफ्त, मुर्गा इत्यादि।

अंग्रेजी शब्दों के उदाहरण -
कमीशन, थिएटर, गजट, कप्तान, अस्पताल, टिकट, क्रिकेट, इंजन, डॉक्टर, नंबर, इयररिंग, पेन, एजेंसी, पेंसिल, कंपनी, ड्राइवर, कमिश्नर, डिप्टी, काउंसिल, नोटिस, प्लेट, इंच, पाउडर, ऑर्डर, चेयरमैन, मील, थर्मामीटर, बोतल, कॉलर, तारपीन,  डायरी, जेल, गार्ड इत्यादि।

अरबी शब्दों के उदाहरण -
औरत, राय, मुहावरा, मतलब, औलाद, दवा, कसार, मशहूर, कब्र, मौका, किस्मत, मुसाफिर, हाकिम, दिमाग, तरक्की, दिमाग, ईमान, तजुर्बा, हमला, तरफ, कदम, तकिया, जालिम, तारीख, जिक्र, मल्लाह, तमाम, मुकदमा, कमल, उम्र, हाल, जनाब, मामूली, हुक्म, वकील, हक, माल, हद, हवालात, हिसाब, मदद, हैजा, नहर, अदा, कातिल, बाज, वहम, खराब, वारिस, शराब, लायक, हौसला, लिफाफा, कर्ज, लफ्ज, एहसान, औसत, लिहाज इत्यादि।

तुर्की भाषा से आए विदेशज शब्द -

बारूद, दारोगा, सुराग, तमगा, सौगात, मुगल, आका, कालीन, लफंगा, कैची, उर्दू, चेचक, लाश, चमचा, काबू, तोप, तलाश, बहादुर, कुली, बेगम इत्यादि।

पुर्तगाली भाषा से आए विदेशी शब्द -

कारतूस, गोभी, आलपिन, कनस्तर, पिस्तौल, कमरा, चाबी, इस्त्री, लबादा, तोलिया, गोदाम, बाल्टी, अलमारी, फीता, इस्पात, नीलाम, परात, तंबाकू, पादरी, आया, मेज, कमीज, साया,  काजू, गमला इत्यादि।


चीनी भाषा से आए विदेशी शब्द -

चाय, चीनी, चीकू, लीची इत्यादि।


यूनानी भाषा से आए विदेशी शब्द -

एटम, एटलस, एकेडमी इत्यादि।


रूसी भाषा से आए विदेशी शब्द -

सोवियत, स्‍पूतनिक इत्यादि।


डच भाषा से आए विदेशी शब्द -

बम (तांगा गाड़ी का), तुरुप (ताश में), ड्रिल, चिड़िया इत्यादि।


जापानी भाषा से आए विदेशी शब्द -

रिक्‍शा, सायोनारा, झप्‍पान, सुनामी इत्यादि।



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